चेहरा
Hindi Version
दौर ये जहाँ में केसा आ गया
नक़ाब का यह रिवाज़ हर जगह छा गया
धोखे को छुपाने के लिऐ
झूठा प्यार जता देते है लोग
अपने काले कर्मों को
धर्म की सफेद चदर से छिपा लेते है लोग
अक़्सर चेहरे पर खुशी का नक़ाब पहन कर
दिल का दर्द छिपा लेते है लोग
हो सकता है हमारा भी नाम इसमें शामिल हो
धोखेबाज कहलाने के शायद हम भी काबिल हो
पर अपनेपन का हक़ जताकर अपने रंगों में
मिला ही लेते है लोग
दुनिया की नज़र में दूसरों को गिराने के लिए
और खुद के नाम को मशहूर किस्सो में सजाने के लिए
बर्बादी की राह पर अक्सर चलना सीखा ही देते है लोग
सच को झुठलाया और ज़ज्बातों को नीलाम कर दिया जाता है
भरी महफ़िल में यूँही रिश्तों को बदनाम कर दिया जाता है
पर मुश्किल घड़ी में असली चेहरा
दिखा ही देते है लोग
ये तो सब बस सोच का कारवां है
अपनी जरूरत के अनुसार दस्तूरों को
बना ही लेते है लोग
पर उस ख़ुदा के हज़ूर में तो
हर चेहरा बेनक़ाब होगा
फिर तेरे हर काम का हिसाब होगा।
नक़ाब का यह रिवाज़ हर जगह छा गया
धोखे को छुपाने के लिऐ
झूठा प्यार जता देते है लोग
अपने काले कर्मों को
धर्म की सफेद चदर से छिपा लेते है लोग
अक़्सर चेहरे पर खुशी का नक़ाब पहन कर
दिल का दर्द छिपा लेते है लोग
हो सकता है हमारा भी नाम इसमें शामिल हो
धोखेबाज कहलाने के शायद हम भी काबिल हो
पर अपनेपन का हक़ जताकर अपने रंगों में
मिला ही लेते है लोग
दुनिया की नज़र में दूसरों को गिराने के लिए
और खुद के नाम को मशहूर किस्सो में सजाने के लिए
बर्बादी की राह पर अक्सर चलना सीखा ही देते है लोग
सच को झुठलाया और ज़ज्बातों को नीलाम कर दिया जाता है
भरी महफ़िल में यूँही रिश्तों को बदनाम कर दिया जाता है
पर मुश्किल घड़ी में असली चेहरा
दिखा ही देते है लोग
ये तो सब बस सोच का कारवां है
अपनी जरूरत के अनुसार दस्तूरों को
बना ही लेते है लोग
पर उस ख़ुदा के हज़ूर में तो
हर चेहरा बेनक़ाब होगा
फिर तेरे हर काम का हिसाब होगा।
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